हम सभी जानते हैं कि प्रार्थना ईश्वर के निकट पहुंचने का एक शक्तिशाली साधन है। हम सभी भगवान के आगे दुआ करते है। आज की इस पोस्ट में हम आपके लिए दुआ शायरी लेकर आये है। आप इन शायरी को अपने सोशल मीडिया पर शेयर कर सकते है। उम्मीद है आपको यह शायरी पसंद आएगी।
Dua Shayari - Dua Status - Pray Shayari in Hindi
दुआएं कभी ज़ाया नहीं होतीं,
पूरी होती हैं मुकम्मल
यकीन की तरह।
इजाज़त हो तो चुन लें हम
भी दो इक फूल बगीची,
दुआ हमनें भी मांगी थी
कि गुलशन में बहार आए।
हमारे मज़हब तो
ये हथेलियां फ़रमाती है,
जुड़े तो पूजा खुले
तो दुआ कहलाती है।
वो पूछता रहा मुझसे
कि क्या मांगा मैंने दुआओं में,
और मैं बस उसे देख कर
मुस्कुराता रहा।
माँगा करेंगे अब से दुआ हिज्र-ए-यार की,
आखिर को दुश्मनी है दुआ की असर के साथ।
चाँद की चांदनी में एक पालकी बनाई है,
और ये पालकी हमने बड़े प्यार से सजाई है,
दुआ है एहवा तुझसे जरा धीरे चलना,
मेरे यार को बड़ी प्यारी नींद आई है।
इस दौर में दूर से ही दुआ सलाम का रिश्ता अच्छा है,
करीब आने पर अक्सर दूर हो जाते हैं लोग.
हमसे भी पूछ लो कभी हल-ए-दिल हमारा,
कभी हम भी कह सके कि दुआ है आपकी |
वो आ गए मिलने हमसे एक शाम तन्हाई मिटाने,
और हम समझ बैठे इसे अपनी दुआओं का असर।
जिंदगी में न कोई राह आसान चाहिए ,
न कोई अपनी खास पहचान चाहिए,
बस एक ही दुआ मांगते हैं रोज भगवान से,
आपके चेहरे पे प्यारी सी मुस्कान चाहिए।
हजारों ऐब हैं मुझमें नहीं कोई हुनर बेशक,
तू मेरी हर कमी को खूबी में तब्दील कर देना,
एक खारे समंदर सी हस्ती है मेरी मौला,
तू अपनी रहमतों से इसे मीठी झील कर देना।
हज़ार बार जो माँगा करो तो क्या हासिल,
दुआ वही है जो दिल से कभी निकलती है।
रब से आपकी खुशी मांगते हैं,
दुआओं में आपकी हंसी मांगते हैं,
सोचते हैं क्या मांगें आपसे,
चलो उम्र भर की मोहब्बत मांगते हैं।
हमसे भी पूछ लो कभी हाल-ए-दिल हमारा,
कभी हम भी कह सकें की दुआ है आपकी।
सच तो यह है कि दुआ ने न दवा ने रखा
हमको ज़िंदा तेरे दामन की हवा ने रखा
दुआ कौन सी थी हमे याद नही बस इतना याद है,
दो हथेलियाँ जुड़ी थी एक तेरी थी एक मेरी थी.
गुनाह करके सजा से डरते है,
जहर पि के दवा से डरते है,
दुश्मनों के सितम का खौफ नही,
हम तो दोस्तों कि वफ़ा से डरते है |
दिल मिले किसी को तो किसी को दिलदार मिले,
किसी को मिले गुल तो किसी को गुलजार मिले,
फूल मिले किसी को तो किसी को फूलों का हार मिले,
दुआ है मेरी रब से कि मुझे आप सबका प्यार मिले।
उल्फत-ए-यार में खुदा से और माँगू क्या,
ये दुआ है कि तू दुआओं का मोहताज न हो।
हरबार दुआ में हम
उन्हें माँगते रहे,
वो बदनसीब हमें छोड़कर
किसी और को ताड़ते रहें।
फिर से मोहब्बत के
फार्म भर दिए हैं साहब,
बस दुआ करो इस बार
पेपर रद्द न हो पाएँ।
तुम्हारे अलावा मेरी
दवा क्या है दुआ क्या है,
खुद मेरा कत्ल करके
पूछते हो कि हुआ क्या है।
दुआ करते है हम अपने खुदा से,
कोई ना तरसे कभी रोटी
कपड़ा मकान के लिए।
जिनकी यादों में हर वक़्त
रहती है मेरी आँखें नम,
आज भी उसकी सलामती
की दुआ करते हैं हम।
ख़ुद से कौन पूछे किस हाल में हो,
ख़ुद कहूँ बीमार हूँ तो दुआ माँगे है।
वो भूल गया माँग कर
दुआओं में मुझे,
अब उसकी दुआ मुझे
किसी और का होने नहीं का देती।
बरस रहा है उसका
प्यार मुझ पर किसी कि
दुआ बनकर।
चाँद निकलेगा तो लोग दुआ मांगेंगे
हम भी अपने मुकद्दर का लिखा मांगेंगे
हम तलबगार नहीं दुनिया की दौलत के
हम रब से सिर्फ आपकी वफ़ा मांगेंगे
जो लोग दूसरो को अपनी,
दुआओं में शामलि करते हैं।
खुशीयाँ सब से पहले,
उन्हीं के दरवाजे पे दस्तक देती हैं।
दुआएँ मिल जाये यही काफी है,
दवाए तो कीमत अदा करने पर मिल ही जाती हैं।
2 Line Dua Shayari in Hindi
सब कुछ मांग लिया तुझ को खुदा से मांग कर
उठते नहीं हैं हाथ मेरे इस दुआ के बाद
मेरा दिल भी कितना भोला है टूट कर रोते हुए भी,
अपने सनम की जिंदगी की ख़ुशी की दुआ मांगता हैं.
तेरे ग़मों को तेरी खुशी कर दे
हर सुबह तेरी दुनिया में रौशनी भर दे
जब भी टूटने लगे तेरी साँसे
खुदा तुझमे शामिल मेरी ज़िन्दगी कर दे
हमे जरूरत नही किसी अल्फाज कि,
प्यार तो चीज़ है बस अहसास कि,
पास होते तो मंजर कुछ और ही होता,
लेकिन दूर से खबर है हमे आपकी हर धड़कन कि |
देखना हमारी आदत बनजाये |
लौट आती है हर बार दुआ मेरी खाली,
जाने कितनी ऊँचाई पर खुदा रहता है।
जब भी तन्हाई में आपकी याद आती है,
तब मेरे होंठों पर बस एक ही फ़रियाद आती है,
खुदा आपको जिंदगी में हर ख़ुशी दे दे,
क्योंकि हमारी ख़ुशी आपके बाद आती है।
दुआ करो यारो जुदा हो रहे है,
रही ज़िन्दगी तो फिर आकर मिलेंगे,
अगर मर गये तो दुआ करते है,
आंसू बहाने कि कोशिश ना करना |
दिल में मोहब्बत, और होठों पे मुस्कान रखते है,
तुझे पाने की दुआ, हम दिन रात किया करते है,
सदा सलामत रहे वो शहर जिसमे तुम बसे हो
तुम्हारे खातिर हम सारे शहर को दुआ देते हैं
महफ़िल थी दुआओ की, हमने भी एक दुआ की,
तुम खुश रहो सदा, मेरे साथ भी मेरे बाद भी.
ये भी एक दुआ है खुदा से, किसी
का दिल ना दुखे मेरी वजह से ,
खुदा कर दे कुछ ऐसी इनायत मुझे पर
के खुशिया ही मिले सब को मेरी वजह से |
दुआ तोह दिल से मांगी जाती है,
ज़ुबां से नहीं क़बूल तोह उसकी भी होती है,
जिस की ज़ुबान नहीं होती।
यकीं और दुआ नज़र नहीं आती मगर
नामुमकिन को मुमकिन बना देती
ताबींजो मे क्या पू़ंछू इलाज दर्द -ए -दिल का…
मंर्जं जब ज़िंदगी खुद हो तो दुआ कैसी दवा कैसी.
मोहब्बत के प्यासे थे तो हाथ फेला दिए,
वरना हम तो वो खुदगर्ज है ,जो खुद कि
ज़िन्दगी के लिये भी दुआ नही करते |
अनसुनी फ़रियादें समेटे
हुआ आसमान तेरा,
कभी बरसे मेरे शहर में
तो दुआ क़ुबूल हो।
जिसकी जितनी औकात थी
उसने वहीं दिया हमें,
कुछ ने दी दुआएं तो
कुछ ने दी बददुआं हमें।
मेरी हर दुआ तेरे लिए रहेगी,
चाहे तु जितने सितम कर,
कभी बेवफा न कहेगी।
हे भगवान..! बस इतना करना
मैं जिनके लिए दुआ माँगू
वह दुआ पूरी करना।
मेरे चाहने वाले मुझे
जब जब दुआ देते हैं,
चंद नफ़रत करने वालों की
बददुआ बेअसर हो जाती है।
तुम तो मेरी हर
दुआ में शामिल थी,
पर तुम किसी और को
बिन माँगे मिल गयी।
चलो आज एक और ज़ख्म को
दिल में जगह देते है,
तुम दर्द देते रहो
हम दुआ देते है।
दुआ मुकम्मल हो या
आसमाँ में कहीं खो जाए,
मैं खुदा नहीं बदलूँगा,
इतना वादा है।
हमने चाहा आपको अपने चाहे किसी और को,
हमारी दुआ है की खुदा न करे तुम्हे चाहने वाला,
कभी चाहे किसी और को।
मांगी है दुआ इस यकीन के साथ
कट जाए मेरी ज़िंदगी इस बेवफा के साथ
सोने जा रहा हूँ तुझे ख्वाब में देखने कि हसरत ले कर,
दुआ करना कोई जगा ना दे मुजे तेरे दीदार से पहले.
राह पर ले आये तो है, घर में भी जायेंगे,
एक मकबूल अगर, मेरी दुआ और हुयी |
वादे से पहले ये दुआ माँग लीजिये,
या रब उसे मेरी कसम का ऐतबार हो |
एक ही तो दुआ मांगी है, खुदा आप्से मेरे जान,
की जान हमेहा सलामत रखना।
मैंने हर दुआ में यही माँगा,
उसकी हर दुआ कुबूल हो।
मैं उसकी ज़िन्दगी से चला जाऊं ये उसकी दुआ थी
और उसकी हर दुआ पूरी हो ये मेरी दुआ थी
अब कहां दुआओं में वो बरकतें,
वो नसीहतें, वो हिदायतें,
अब तो बस जरूरतों के जुलुस हैं,
मतलबों के सलाम हैं.
दुआ शायरी - Dua Quotes in hindi
दुआ की भगवान से वो हमारे दिल में आये,
हम उनको सपनों में कब तक देखेंगे।
जब भी देखता हूँ किसी के हँसते हुए चेहरे
दुआ करता हूँ इनको कभी मोहब्बत ना हो
छोड़ तो दी, रस्मे उल्फत ज़माने के लीए,
मर मर के जिए है, हम दुआओं में उम्र ले कर .
दुआ का असर कुछ इस कदर है,
कि जिससे दुआ की
वो भी बेखबर है।
मुझ पर तेरी तस्वीर दवा और,
तेरा नाम दुआ सा असर करता है।
दिन गुज़र नहीं रहा
रात की कोई ख़बर नहीं,
ये कैसी दुआएं मिली है मुझे
जिनका कोई असर नहीं।
तेरे रुखसार पर ढले हैं
मेरी शाम के किस्से,
खामोशी से माँगी हुई
मोहब्बत की दुआ हो तुम।
वो किसी और का हाथ
थाम के चला गया,
हम गए थे रब के दर
उसके लिए दुआ माँगने।
हर तरफ खुशी और चैन हो,
महफूज़ रहे हर कोई,
ना कोई बेचैन हो।
कुछ बातें मरने के
बाद बताएंगे तुम्हें,
दुआ करो कि एक
मुलाकात वहाँ तो हो।
करीब आ जा इस तरह
कि मुझे भी कुछ ख़बर ना हो,
तुझे पा के बस दुआ करुँ
ख़त्म चाहत का ये सफ़र ना हो।
मत पूछिए हमसे
हमारे इश्क़ की दहलीजे,
दुआ ऐसी कि उनके जनाजे के
साथ हमारा जनाजा भी उठे।
या खुदा मेरी दुआओं में इतना असर कर दे,
खुशियाँ उसे दर्द उसका मुझे नजर कर दे,
दिलों से दूरिओं का एहसास मिटा दे ऐ मौला,
नहीं तो उसके आँचल को मेरा कफ़न कर दे।
तेरे इख्तियार में क्या नहीं,
मुझे इस तरह नवाज़ दे,
यूं दुआएं मेरी कुबूल हों,
कि मेरे लब पे कोई दुआ न हो।
वफाओं की बातें की जफ़ाओं के सामने,
ले चले हम चिराग़ हवाओं के सामने,
उठे हैं जब भी हाथ बदली हैं क़िस्मतें,
मजबूर है खुदा भी दुआओं के सामने।
मेरी तलब था एक शख़्स
वो जो नहीं मिला तो फिर,
हाथ दुआ से यूँ गिरा
भूल गया सवाल भी।
सदा दूर रहो ग़म की परछाइयों से,
सामना न हो कभी तन्हाइयों से,
हर अरमान हर ख्वाब आपका पूरा हो ,
यही दुआ है दिल की गहराइयों से।
मैंने वहाँ भी तुझे माँगा था,
जहाँ लोग सिर्फ खुशियाँ माँगा करते हैं।
मुद्दते हो गई है खता करते हुए
अब तो शर्म आती है दुआ करते हुए
भले ही तू जाते जाते मेरे दिल को इतने ज़ख़्म दे गयी,
लेकिन फिर भी मेरे दिल के हर ज़ख़्म तुझे दुआ ही देंगे.
लाखो में इन्तिखाब के काबिल बना दिया,
जिस दिल को तुमने देख लिया दिल बना दिया,
पहले कहा थे नाज थे, ये इश्क-ओ-अदा,
दिल को दुआओ डो तुम्हे कातिल बना दिया |
दिल दे तो इस मिज़ाज का परवरदिगार दे,
जो रंज की घड़ी भी खुशी से गुजार दे।
हार को जीत की इक दुआ मिल गई,
तप्त मौसम में ठंडी हवा मिल गई,
आप आये श्रीमान जी यू लगा,
जैसे तकलीफ को कुछ दवा मिल गई।
न जाने किसने पढ़ी है मेरे हक़ में दुआ
आज तबियत में जरा आराम सा है
मे बद्दुआ तो नही दे रहा हुँ उसको,
मगर दुआ बस यही है,
कि उसे मुझ जैसा फिर कोई ना मिले.
हो पूरी दिल कि हर ख्वाहिश आपके,
और मिले खुशियों का जहा आपको,
अगर आप मांगे आसमा का एक तारा,
तो खुदा देदे सारा आसमा आपको।
दुआ शायरी इन हिंदी
तेरी मोहब्बत की तलब थी
इसलिए हाथ फैला दिए,
वरना हमने तो अपनी
ज़िन्दगी की भी दुआ नहीं माँगी।
हमने ये तो नहीं कहा की,
आपके लिए कोई दुआ ना मांगे,
बस इतना कहते है की दुआ में,
कोइ आपको ना मांगे।
दुआ करो कि ये पौधा सदा हरा ही लगे,
दासियों में भी चेहरा खिला खिला ही लगे.
ना जाने कौन मेरे हक़ में दुआ पढता है,
डूबता भी हूँ तो समंदर उछाल देता है
बस एक दुआ है कि जिन लम्हों में मेरे सभी,
अपने मुस्कुराते हो वो लम्हें कभी खत्म ना हो।
साथ उसका हो यूंही ज़िन्दगी भर के लिए,
मेरी इस दुआ में सब “आमीन” बोल देना.
दुआए मिल जाए यही काफी है,
दवाए तो कीमत अदा
करने आर मिल ही जाती है |
सर झुकाने की खूबसूरती भी,
क्या कमाल की होती है,
धरती पर सर रखा और,
दुआ आसमान में कुबूल हो जाती हे।
दुआ करो वो मुझको मिल जाए यारो
सुना है दोस्तों की दुआ में फरिश्तों की आवाज़ होती है
कैसे दे दूँ बद्दुआ उसे मैं,
एकलौती दुआ थी मेरी कभी वो.
ये रब अपने पास मेरी दुआ अमानत रखना,
रहती दुनिया तक उसको सलामत रखना,
मेरी आँखों के सारे दीप बुझा देना पर
उसकी आँखों के सारे ख्वाब पुरे करना
दिल से भेजी है दुआ रब से जरुर तकराये गई,
म्हणत कर रहा हूँ न जाने कब तकदीर बदल जाये गई।
हर सुबह तु मुस्कुराती रहे हर शाम तु गुनगुनाती रहें
मेरी दुआ हैं की तू जिसे भी मिलें हर मिलने वाले को तेरी याद सताती रहें
जलील न किया करो किसी फ़क़ीर को
अपनी चौखट से साहब,
वो सिर्फ भीख लेने नहीं ,
दुआ देने भी आते हैं.
काश कि बचपन में ही तुझे माँग लेते,
हर चीज मिल जाती थी दो आंसू बहाने से।
अब तो दुआएं भी कबूल नहीं होती।
सुना है बारिश में दुआ कबूल होती है
अगर इज़ाज़त हो तो तुम्हें मांग लू
जान तक देने की बात होती है यहाँ,
पर यकीन मानिये, दुआ तक दिल से नही देते है लोग.
वो नही सुनते हमारी क्या करे ,
मांगते है दुआ हम जिनके लिये।
उसके हक़ मे हर रोज
मैं दुआ पढता हूँ,
उसकी हर दुआ कुबूल हो बस
उस रब से यही दुआ करता हूँ।
दुआ मुकम्मल हो या
आसमाँ में कहीं खो जाए,
मैं खुदा नहीं बदलूँगा,
इतना वादा है।
कैसे माँगूँ उसे
दुआओं में अपनी
दुआओं में खुदा
थोड़ी न माँगा जाता है।
मन्नत मांग कर लौट
रहे थे हम मंदिर से,
रास्ते में तुम मिल गई
और दुआ कबूल हुई।
तेरी ही दुआओं से
है रोशन ये ज़िन्दगी मेरी,
ना मिले खुदा तो भी
है जन्नत ये ज़िन्दगी मेरी।
तुम मिले तो यूँ लगा
हर दुआ कुबूल हो गयी,
काँच सी टूटी किस्मत
मेरी हीरों का नूर हो गयी।
रब से मांगी थी
मैंने वो दुआ हो तुम,
मेरी हर शाम का आखिरी और
हर सुबह का पहला ख्याल हो तुम।
हर बार दुआ ही
दवा बने ज़रूरी नही,
आग लगें और धुँआ
उठे ज़रूरी नही।
ये दुआ मेरी कबूल हो,
अगले जन्म में दोस्त
मेरी तू ही हो।
बंद आँखों से होते है
जो दीदार जानां,
होता है उनमें
दुआओं का होना।
दुआ करते है दिल से
न हो नफरत आपको हमसे,
नही है प्यार हमे किसी से
तो क्यों खेलु किसी के दिल से।
अपनों से बिछड़ने का दर्द वो क्या जाने,
जो टूटते तारों को देख दुआ मांगे।
खुदा के पास भी होगी
खुशियों की कमी,
बहुत बार माँगी दुआओं
में आजतक ना मिली।
दुआ करो कि मैं
कोई गजल लिख सकूं,
और उस बेवफा को
ही खुदा लिख सकूं।
मुझको दुआ वो दे गया
कुछ इस अदा के साथ,
उसका उठना बैठना
हो जैसे रब के साथ।
मेरा चाँद सुकूँ से सोया रहे,
और उसे देखने में
ध्यान मेरा खोया रहे।
तुम दुआ नहीं दवा हो,
किसी दवा की अहमियत
मरीज से पूछो।
काश कोई दिल से
मरने की हमें दुआ दे,
हजार बरस जीने
की ना बददुआ दे।
तुझसे जीतने की तो
कभी तमन्ना ही न की,
तुझको जीतने की
दिन रात दुआ करता हूँ।
ना दुआ मिलती है
और ना दवा मिलती है
फ़िक्रमन्दों को
अक्सर ये सज़ा मिलती।
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